मृत मादा पैंथर की उम्र करीब 1 से डेढ़ साल है। प्रथम दृष्टया पैंथर की मौत सर्दी से हो सकती है। सर्दी में पैंथर व अन्य जंगली जानवर बीमार हो रहे हैं। हालांकि पैंथर के पोस्टमार्टम के बाद ही मौत की वजह पता लगेगी। शाम होने से बुधवार को मेडिकल टीम की ओर से मादा पैंथर का पोस्टमार्टम किया जाएगा।
अचरोल वन रेंज क्षेत्र में 9 जनवरी को भी एक बीमार नर पैंथर मिला था। सर्दी व बारिश के कारण निमोनिया से ग्रस्त पैंथर लबाना की लक्ष्मण तलाई के पास मिला था। जिस पर वन विभाग की टीम ने पैंथर को ट्रेंकुलाइज कर नाहरगढ़ रेस्क्यू सेंटर पहुंचाया था। जहां उसका इलाज चल रहा है।
अचरोल वन रेंज क्षेत्र में करीब 7 से 8 पैंथर है। जो लबाना, जैतपुर, चारणवास सहित आमेर व जमवारामगढ़ क्षेत्र के जंगल व पहाड़ियों में रहते है। वहीं आमेर वन रेंज में करीब 10 पैंथर का मूवमेंट है।