मानसून सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को फाइनेंस मिनिस्टर सीतारमण ने बजट पेश किया। यह उनका लगातार सातवां बजट था। बजट के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह बजट समृद्धि की राह पर ले जाने वाला बजट है। पीएम ने कहा कि पिछले 10 साल में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं। यह बजट नए मध्यम वर्ग के सशक्तिकरण के लिए है। इस बजट से युवाओं को बहुत सारे अवसर मिलेंगे। इस बजट से शिक्षा और कौशल को नया पैमाना मिलेगा। यह बजट नए मिडिल क्लास को भी ताकत देगा। यह बजट महिलाओं, छोटे कारोबारियों, एमएसएमई की मदद करेगा।
रोजगार और स्वरोजगार के भी काफी सारे अवसर बने हैं। यह हमारी सरकार की पहचान रही है। पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि दुनिया ने पीएलआई स्कीम की कामयाबी देखी है। इसमें सरकार ने इंटेंसिव स्कीम का ऐलान किया है। इससे देश में करोड़ो रोजगार बनेंगे। इसमें पहली नौकरी पाने वाले युवा को पहली तन्ख्वाह हमारी सरकार देगी। इससे गांव के गरीब के मेरे नौजवान बेटे-बेटी देश की टॉप कंपनी में काम करेगी।
प्रधानमंत्री के अनुसार, ‘हमें हर शहर, हर गांव, हर घर इंटरप्रेन्योर बनाने हैं। हमारी सरकार ने बिना गारंटी मुद्रा लोन की लिमिट को बढ़ाकर 10 लाख से 20 लाख रुपये कर दिया है। इससे पिछड़े, दलित और आदिवासी लोगों को काफी फायदा मिलेगा। हम मिलकर देश को इंडस्ट्रियल हब बनाएंगे। देश का एमएसएमई सेक्टर देश का केंद्र बना है। छोटे उद्योगों की बड़ी ताकत हमारा जरूरी कदम है। इस बजट में उनके लिए ईज ऑफ क्रेडिट बढ़ाने का इंतजाम किया गया है।