जयपुर, राजसमंद सांसद दीया कुमारी ने आज जयपुर में ‘डोल का बाड़’ जंगल को बचाने के लिए चल रहे अभियान को अपना स्पष्ट समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि रीको (राजस्थान स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट एंड इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन) द्वारा इसे फाइनेंस और टेक्नोलॉजी पार्क में बदलने से, इसके गंभीर पर्यावरणीय परिणाम होंगे। सांसद ने पारिस्थितिक खजाने के रूप में इस 100 एकड़ शहरी जंगल के महत्व को पहचानते हुए इसे बचाने की मुहीम को अपना समर्थन दिया है।
जोर देते हुए सांसद दीया कुमारी ने कहा, ”पर्यावरण संरक्षण के प्रति हमारा कर्तव्य राजनीति और व्यक्तिगत हितों से परे है। ‘डोल का बाड़’ जंगल सिर्फ जैव विविधता का खजाना नहीं है; यह हमारे शहर के वातावरण के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। औद्योगिक विकास के लिए हम इसे खोने का जोखिम नहीं उठा सकते। पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने और शहर के हरित आवरण को बनाए रखने के लिए जंगल का संरक्षण सर्वोपरि है। मैं इस अमूल्य प्राकृतिक संपदा को बचाने की लड़ाई में जयपुर के लोगों के साथ खड़ी हूं।”
सांसद ने आगे कहा कि वह इस संबंध में तत्काल कार्रवाई करने और वहां पर हो रहे विनाश को तुरंत रोकने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ-साथ राजस्थान की उद्योग मंत्री शकुंतला रावत को भी पत्र लिखेंगी। उन्होंने कहा कि फिनटेक पार्क को किसी अन्य उपयुक्त स्थान पर स्थानांतरित किया जा सकता है।
गौरतलब है कि ‘डोल का बाड़’ जंगल, न केवल प्राकृतिक सुंदरता का प्रतीक है, बल्कि विविध वनस्पतियों और जीवों के लिए एक महत्वपूर्ण निवास स्थान है। लगभग 100 विभिन्न प्रकार के प्रवासी पक्षी, आवासीय पक्षी प्रजातियां और वन्यजीव इस जंगल को घर कहते हैं, जो इसे जयपुर की जैव विविधता का एक अपूरणीय हिस्सा बनाता है। वर्तमान में, जैविक रूप से विकसित जैव विविधता वाले पार्क को बचाने के लिए 6700 याचिकाओं पर हस्ताक्षर किए जा चुके हैं और प्रतिदिन 200 से अधिक लोग एक साथ आकर इसके विनाश को रोकने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं।