नई दिल्ली । संसद के शीतकालीन सत्र में भाजपा के सांसद दिलीप साईंकिया ने संसद में आग्रह किया कि मैं केंद्र सरकार से असम के महान वीर योद्धा लाचित बरफुकन की 400 वी जयंती के अवसर पर सीबीएसई और एनसीईआरटी की पुस्तकों में इस महान योद्धा मां भारती के सुपुत्र की जीवनी को पाठ्यक्रम में सम्मिलित करने के संबंधी मुद्दे के साथ संसद परिसर में इस तरफ ध्यान आकर्षित करना चाहता हूं उन्होंने बताया आहोम सेना ने मुगलों को कई बार धूल चटाई और हमेशा युद्ध में हराया गुवाहाटी को फिर से पाने के लिए मुगलों ने आहोम साम्राज्य के खिलाफ सराई घाट की लड़ाई लड़ी थी इस युद्ध में मुगल सेना के 1000 से अधिक तोपों के अलावा बड़े स्तर पर नौकाओं का उपयोग किया गया था लेकिन फिर भी लाचित की रणनीति के आगे उनकी एक नहीं चली थी लाचित बोरफुकन को पूर्वोत्तर के शिवजी कहा जाता है असम में हर वर्ष 24 नवंबर को लाचित दिवस मनाया जाता है ।
दिलीप साईकिया भाजपा सांसद ने आग्रह किया कि सीबीएससी के पाठ्यक्रम व एनसीईआरटी की पुस्तकों के अलावा उनकी प्रतिमूर्ति संसद भवन परिसर में भी स्थापित की जाए