जी हां जयपुर शहर जो महानगरों की सूची में आता है जयपुर शहर में जबसे दो नगर निगम बनाए हैं कांग्रेस सरकार ने जब से ही पूरा नगर निगम बोर्ड विफल नजर आ रहा है देखा जाए तो कचरा प्रबंधन के नाम पर तो जयपुर नगर निगम बिल्कुल विफल है कचरे के ढेर पूरे जयपुर शहर में चारों और आपको देखने को नजर आएंगे ।
क्या अधिकारी कर रहे है अनदेखा
नगर निगम में पूरा प्रशासनिक बेड़ा बैठता है लेकिन नगर निगम के आयुक्त उपायुक्त बिल्कुल भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं जयपुर की सुंदरता पर ऐसा दाग लग रहा है जो पिछले एक दशक में नहीं लगा ना तो नगर निगम की कोई अधिकारी इस ओर ध्यान दे रहे हैं और ना ही महापौर भी इस ओर ध्यान दे रही है सब अपने अपने बारे में सोच रहे हैं और एक दूसरे के ऊपर डाल देते हैं क्या इसी प्रकार से शहर की व्यवस्था चल पाएगी
क्या कांग्रेस सरकार भाजपा के बोर्ड से दुश्मनी निकाल रहे हैं-
जब आम जनता अपने पार्षद व जनप्रतिनिधि के पास जाती है तो एंटी गवर्नमेंट के पार्षद यही बोलते हैं कि हमारी सरकार में नहीं चल रही है।
अब तो ऐसा लगता है जयपुर शहर की साफ सफाई भगवान भरोसे ही नजर आ रही है